मौजूदा समय लोग बाइक्स के साथ स्कूटर को भी पसंद करने लगे हैं। देखा जाए तो अब मार्केट में गजब-गजब के स्कूटर आने लगे हैं। सबसे अच्छी बात यह है कि स्कूटर में भी अब बाइक की तरह कई सारे फीचर्स मिलने लगे हैं। जैसे कि ब्लूटूथ, स्मार्टफोन कनेक्टिविटी, डिजिटल मीटर और डिस्क ब्रेक आदि।
वैसे एक जरूरी चीज यह है कि स्कूटर में बाइक्स की तरह मैन्युअल गियरबॉक्स नहीं होता है। स्कूटर में ऑटोमैटिक गियरबॉक्स दिया होता है, जो कि कन्टिन्यूअस्ली वेरिएबल ट्रांसमिशन (CVT) कहा जाता है। स्कूटर गियरलेस होता है।
फीचर्स की बात करें तो अब स्कूटर में भी कई तरह के फीचर मिलने लगे हैं, जिनमें कुछ के बारे में तो ज्यादातर लोगों को पता ही नहीं होता है। हालांकि ये बड़े काम के होते हैं। अब स्कूटर में एक ऐसा ही फीचर दिया जाता है। मान लीजिए आप स्कूटर को किसी ढ़लान वाली जगह पर पर करते हैं तो वह आगे चला जाएगा। स्कूटर जल्दी खड़ा नही होगा।
ऐसे में स्कूटर को ढ़लान वाली जगह पर पार्क करने में समस्या आती है। पर वाहन निर्माता कंपनियों ने इस परेशानी से निपटने के लिए एक खास फीचर दे दिया है। यह फीचर फिलहाल अभी कारों में ही दिया होता है।
स्कूटर में भी दिया जाता है कार जैसा हैंड ब्रेक

आप स्कूटर को ढ़लान वाली जगह पर पार्क करते हैं और वह कहीं लुढ़क न जाए इसके लिए कंपनी ने इसमें हैंडब्रेक दिया है। पर स्कूटर चलाने वाले ज्यादातर लोगों को हैंडब्रेक कहां दिया होता है। हैंडब्रेक लगाकर आप स्कूटर को आसानी से कहीं भी पार्क कर सकते हैं।
जैसा कि कहा कई लोगों को पता नहीं होता है स्कूटर में हैंडब्रेक कहां दिया होता है। ऐसे में बता दें कि यह हैंडब्रेक स्कूटर की बाईं तरफ वाली ब्रेक के साथ लगा होता है। इसमें लोहे का एक छोटा सा लीवर दिया रहता है। इस लीवर को ऊपर करते ही हैंडब्रेक लग जाता है। इसके बाद स्कूटर एक जगह रुका रहता है।
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जानें कैसे लगाएं स्कूटर में हैंडब्रेक
अगर आपको स्कूटर में यह हैंडब्रेक लगाना है तो आपको बाईं ब्रेक लीवर को पूरा दबाना होगा। इसके बाद ब्रेक सामने दिए गए छोटे से लीवर को उंगली से ऊपर की तरफ उठाना होगा। इसके बाद स्कूटर के पिछले पहिए में ब्रेक लग जाता है।
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वैसे आपको जानकारी के लिए बता दें कि अब स्कूटर में हैंड ब्रेक लीवर की बजाय क्लिप सिस्टम दिया जाता है। यह भी पहिए को लॉक करने का काम करता है। अब इसको बाएं ब्रेक को दबाकर उसी दिशा में दबाकर ब्रेक लगा सकते हैं।